डॉ. एम. डी. थॉमस


डॉ. एम. डी. थॉमस (01 जून 1953, केरल) सर्व आस्था भाव, सांप्रदायिक सद्भाव, राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समन्वय की दिशा में कुछ 40 वर्षों से कार्यरत हैं। आप भाषा, साहित्य, कविता, कला, संगीत, संस्कृति, धर्म, दर्शन, सामाजिक सरोकार, आदि के ज़रिये ‘बेहतर समाज के निर्माण’ के लिए आजीवन प्रतिबद्ध हैं। 

आप ‘इंस्टिट्यूट ऑफ हारमनि एण्ड पीस स्टडीज़’, नयी दिल्ली, के संस्थापक निदेशक हैं। ‘खुली सोच से सामाजिक तालमेल की ओर’ आपकी ज़िंदगी का परम आदर्श है, आपके संस्थान का भी। 

आप ‘समन्वय धर्म और संस्कृति संस्थान’, उज्जैन, के संस्थापक निदेशक एवम् ‘सर्व धर्म समन्वय आयोग’, सी.बी.सी.आई. (कैथॅलिक ईसाई समुदाय के राष्ट्रीय संघ), नयी दिल्ली, के राष्ट्रीय निदेशक और अर्ध-वार्षिक सर्व-धर्म पत्रिका ‘फैलोशिप’ के संपादक भी रहे।

आप ने काशी हिंदू विश्व विद्यालय, वाराणसी, से हिंदी साहित्य में ‘कबीर और ईसाई दर्शन’ पर पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की है। आप ने इंदिरा कला संगीत विश्व विद्यालय, खैरागढ़, से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में प्रथमा, मध्यमा और बीम्यूज़. (7 साल) किया है। आप ने अर्बन विश्व विद्यालय, रोम, से बाइबिल और तुलनात्मक धर्म दर्शन पर बी.टीएच. भी हासिल किया है।

आप धर्म, विविध धर्म और सर्व-धर्म समन्वय के साथ-साथ कबीर, ईसाई दर्शन, बाइबिल, शिक्षा, बहु-सांस्कृतिक दृष्टिकोण, और सामाजिक विषयों पर विद्वत्ता रखते हैं। आपकी विशेषज्ञता के और भी विषय हैं, जैसे संवैधानिक मूल्य, विविध धर्म ग्रंथ, धर्मों के मूल्य, सामाजिक नैतिकता, सांझी संस्कृति, मानव अधिकार, राष्ट्रीय समरसता, सामाजिक समन्वय और समसामयिक मुद्दे।

आप एक बहु-आयामी विचारक, लेखक, वक्ता, प्रवक्ता, भाषाविद्, संगीतकार, संपादक, धर्म गुरु और सबसे बढ़कर​, समन्वय और शांति के कार्यकर्ता हैं। आप अलग-अलग समुदायों और क्षेत्रों के लोगों से विशाल संपर्क रखते हैं। उपरोक्त क्षेत्रों में स्थानीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुछ चार दशकों का अनुभव रखते हैं।

आपने 100 से अधिक विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में व्याख्यान दिये हैं और देश के कुछ 35 शहरों में विद्यालय के शिक्षकों के लिये एक-दिवसीय संगोष्ठियों में भी व्याख्यान दिये हैं। आप कई विश्वविद्यालयों में अतिथि प्रोफेसर के साथ-साथ पीएच. डी. के छात्रों के शोध-परीक्षक भी रहे हैं।

आपने शोध स्तर के कुछ 300 व्याख्यान, कुछ 60 मुख्य व्याख्यान तथा कुछ 50 ईसाई संस्थानों में विशेष व्याख्यान के अलावा लगभग 1200 सर्व-धर्म और सामाजिक सभाओं को भी संबोधित किया है। कुछ 50 बार टीवी चैनलों पर विचार और साक्षात्कार को भी मिलाकर सार्वजनिक मंचों पर आपके करीब 2000 उपस्थितियाँ दर्ज हैं।

इतना ही नहीं, अब तक हिंदी और अंग्रेजी में विविध विषयों पर आपके करीब 300 लेख प्रकाशित हो चुके हैं। साथ ही, आप सर्व धर्म समन्वय, सांप्रदायिक सद्भाव, साहित्य, संगीत, समाज सेवा, साझी संस्कृति, आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिये कुछ 20 पुरस्कारों और सम्मान पत्रों के प्राप्तकर्ता भी हैं।

‘कबीर और ईसाई चिंतन’ और ‘मूल्य बाइबिल के’ आपके दो पुस्तकें हैं, जो कि क्रमश: हिंदी अकादमी, दिल्ली, और इंडियन कैथॅलिक प्रेस एसोसिएशन से पुरस्कृत हैं। ‘देश एक, एक हैं हम सब’ और ‘फेलोशिप ऑफ रिलीजंस’ नामक दो पुस्तकें सांप्रदायिक सद्भाव, राष्ट्रीय एकता और सर्व धर्म सरोकार को बढ़ाने की दिशा में आपका बड़ा योगदान हैं। ‘समन्वय धारा’ और ‘मूल्य बाईबिल के’ आपके दो संगीत आलबम हैं, जो कि क्रमश: ‘सर्व-धर्म मूल्य’ और ‘बाईबिल के मूल्य’ पर आधारित हैं।

निम्नलिखित माध्यमों के द्वारा आप को देखा-सुना और आप से संपर्क किया जा सकता है। वेबसाइट: www.mdthomas.in’ (p), ‘https://mdthomas.academia.edu’ (p), ‘https://drmdthomas.blogspot.com’ (p) and ‘www.ihpsindia.org’ (o)सामाजिक माध्यमhttps://www.youtube.com/InstituteofHarmonyandPeaceStudies’ (o), ‘https://twitter.com/mdthomas53’ (p), ‘https://www.facebook.com/mdthomas53’ (p); ईमेल‘mdthomas53@gmail.com’ (p) और दूरभाष9810535378 (p).


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